उज्जैन

Ujjain Jhalawar Road: उज्जैन-झालावाड़ रोड परियोजना हो गई पूरी, घोषणा अधूरी – Ujjain Jhalawar road project completed announcement incomplete

Ujjain Jhalawar Road: शहरी सीमा से खिलचीपुर पुलिया होकर खाद्य निगम के गोदाम तक का रास्ता संकरा ही रखा।

Publish Date: Mon, 20 Nov 2023 01:42 PM (IST)

Updated Date: Mon, 20 Nov 2023 02:17 PM (IST)

खिलचीपुर पुलिया के समीप स्थित पत्तनेश्वर महादेव मंदिर जिसके सामने भी रास्ता पूर्ववत संकरा ही है।

Ujjain Jhalawar Road Project: नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की उज्जैन-झालावाड़ टूलेन प्लस फोरलेन सड़क परियोजना पूरी कर ली गई है। ठेकेदार, मुंबई की जीएचवी कंस्ट्रक्शन कंपनी अपना सामान समेटकर मजदूरों को साइट से ले गई है।

शहरी सीमा इंदिरा नगर नाके से खिलचीपुर पुलिया होकर खाद्य निगम के गोदाम तक का रास्ता पूर्ववत संकरा ही रखा गया है। जबकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस हिस्से को भी फोरलेन बनाने की घोषणा की थी। कहा गया है कि इस हिस्से को चौड़ा करने के लिए कलेक्टर से जमीन चाही थी, जो अब तक उपलब्ध नहीं हुई है।

जमीन मिलने पर ही खिलचीपुर में पिलियाखाल नाले पर नया पुल बनाकर नया चौड़ा रास्ता बनाया जा सकता है। ये काम अब अन्य योजना में कराया जा सकता है। मालूम हो कि राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 552- जी के नाम से पहचाने जाने वाले 134 किलोमीटर लंबे उज्जैन-आगर-झालावाड़ रोड को 10 मीटर चौड़ा करने का काम एनएचएआइ से अनुबंधित मुंबई की जीएचवी कंस्ट्रक्शन कंपनी से 22 जून 2021 को शुरू किया था।

अनुबंध अनुसार सड़क और उसके बीच बनने वाले पुल-पुलिया का निर्माण जून 2023 तक पूरा हो जाना था मगर तय समय सीमा में नहीं हो सका। इसके अनेक कारण रहे। सबसे प्रमुख, प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले बाधाओं को न हटाना रहा।

एक कारण, कुछ महीने पहले प्रोजेक्ट में एक बड़ा संशोधन होना रहा हैं। संशोधन ये कि उज्जैन शहर की सीमा (आगर रोड नाका नंबर पांच) से घोंसला तक 27 किलोमीटर लंबा फोरलेन बनाया जाएगा। संशोधन की वजह से प्रोजेक्ट की लागत 346 करोड़ से बढ़ाकर 390 करोड़ रुपये कर दी गई।

तमाम परिस्थियों को देख एनएचएआइ ने इसी वर्ष जून में प्रोजेक्ट पूर्ण करने की समय सीमा बढ़ाकर 30 नवंबर की। भौगोलिक स्तर पर देखे तो फोरलेन सड़क बनाने का काम भारतीय खाद्य निगम के गोदाम से घटि्टया तक हो चुका है।

रोड साइड आबादी क्षेत्र में वर्षा जल निकासी के लिए नाला भी बनाया गया है। सर्विस रोड भी बनाया है। घटि्टया से घोंसला, आगर, सोयत, सुसनेर तक रोड की चाड़ाई साढ़े पांच मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर की गई है।

एनएचएआइ ने फोरलेन सड़क पर अंधे मोड़ पर सड़क पार करने के लिए डिवाइडर का कुछ हिस्सा खाली छोड़ दिया है। ये सड़क सुरक्षा नियम के विरूद्ध है। राहगिरों का कहना है कि ये स्थान दुर्घटना का कारण बन सकता है। अगर एक सड़क से दूसरी सड़क पर जाने के लिए रास्ता बनाना ही था तो व्यवस्थित रोटरी बनाना थी या अन्य सुरक्षित इंतजाम करना था। मगर ऐसा नहीं किया।

ये भी जानिए

– जीएचवी कंपनी ने गारंटी के साथ सड़क का निर्माण किया है कि पांच वर्ष तक सड़क का कुछ न बिगड़ेगा। बिगड़ा तो वो ही इसकी मरम्मत करेगी।

– ढाबला रेहवारी, आगर और पिपलिया गांव में टोल टैक्स वसूलने को प्लाजा बनाया है। अभी यहां टोल वसूली चालू नहीं हुई है।

– मार्ग चौड़ा होने से सड़क दुर्घटना में कमी आने, समय और पेट्रोल-डीजल की खपत कम होने का दावा किया जा रहा है।

उज्जैन-झालावाड़ रोड़ परियोजना का काम पूरा हो गया है। खिलचीपुर पुलिया के मार्ग चौड़ा करने को जमीन उपलब्ध न हो पाई। जमीन मिलने पर इस हिस्से को चौड़ा दूसरी परियोजना से किया जाएगा। – सुशील श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट मैनेजर, जीएचवी कंस्ट्रक्शन कंपनी


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